मैहर:–
मां शारदा की नगरी “मैहर” विधानसभा, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से तकरीबन 416 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. मैहर, सतना जिले से अलग होकर स्वतंत्र जिला के तौर पर घोषित किया जा चुका है. यहां की राजनीतिक गतिविधि हर विधानसभा चुनाव में चर्चा का विषय रहती है. इसका कारण यह है कि चुनावी मैदान में यहां सबसे अधिक हिंदू ब्राह्मण और पटेल समुदाय का दबदबा रहता है. इस विधानसभा सीट पर पिछले 4 वर्ष से अलग-अलग पार्टियों से नारायण त्रिपाठी बतौर विधायक काबिज है.
मैहर विधानसभा का इतिहास:–
मैहर विधानसभा के इतिहास की बात की जाए तो यहां लगातार कांग्रेस और बीजेपी के जीतने का क्रम चलता आ रहा है, किंतु कुछ सीटों पर बीएसपी और अन्य छोटे दल भी निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं. वर्ष 2013 के चुनाव में मैहर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के नारायण त्रिपाठी ने जीत हासिल की थी, जिसके बाद फरवरी 2016 में हुए उपचुनाव में नारायण त्रिपाठी ने पार्टी छोड़कर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक की कुर्सी पर काबिज हुए.
जातिगत समीकरण:- जातिगत समीकरण की बात की जाए तो इस जिले में लगभग 2,34,434 लाख मतदाता है, जिसमें 1,22,816 पुरुष व 1,11,609 महिला वोटर्स शामिल है. यहां ब्राह्मण और पटेल समाज की आबादी सबसे अधिक होने के कारण इस जिले में ब्राह्मणों का वोट निर्णायक माना जाता है और यही वजह है कि राजनीतिक दल भी इसी समाज के प्रत्याशियों को टिकट देते हैं.
विधानसभा चुनाव के परिणाम पर एक नजर -: 1998 से 2003
- विधानसभा चुनाव 2018 में मैहर से बीजेपी प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी को 54,877 मिले यानी कि लगभग 30 प्रतिशत वोट मिले थे. इनके नजदीकी प्रत्याशी रहे कांग्रेस के श्रीकांत चतुर्वेदी जिन्हें 51,893 वोट मिले प्रतिशत में देखा जाए तो लगभग 29 प्रतिशत वोट मिले. वहीं इस चुनाव में जीत का अंतर 2984 रहा. इस चुनाव में तीसरे स्थान पर गोंडवाना गणतंत्र से मनीष पटेल को 33,397 वोट यानी 18 प्रतिशत वोट मिले थे.
- विधानसभा चुनाव वर्ष 2013 में मैहर से कांग्रेस प्रत्याशी नारायण प्रसाद को 48,306 वोट मिले यानी की लगभग 32 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं दूसरी ओर इनके नजदीकी उम्मीदवार रहे बीजेपी के रमेश प्रसाद जिन्हें 41,331 वोट मिले. यदि प्रतिशत में देखें तो लगभग 27 प्रतिशत वोट मिले. जबकि इस चुनाव में जीत का अंतर 6,975 रहा. जबकि इस चुनाव में तीसरे स्थान पर बीएसपी से मनीष को 40,561 वोट यानी 26 प्रतिशत वोट मिले थे.
- विधानसभा चुनाव वर्ष 2008 में मैहर से बीजेपी प्रत्याशी मोतीलाल तिवारी ने 34,385 वोट यानी की लगभग 28 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं, इनके नजदीकी प्रत्याशी रहे आईएनसी से मथुरा प्रसाद पटेल, जिन्हें 20,097 वोट मिले प्रतिशत में देखें तो लगभग 17 प्रतिशत वोट और इस चुनाव में जीत का अंतर 14,306 रहा. जबकि इस चुनाव में तीसरे स्थान पर बीएसपी से नारायण प्रसाद को 18,233 वोट यानी 15 प्रतिशत वोट मिले थे.
- विधानसभा चुनाव वर्ष 2003 में मैहर से एसपी प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी ने 39,934 वोट यानी की लगभग 33 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं इनके नजदीकी प्रत्याशी रहे बीएसपी से वीरेंद्र कुशवाहा, जिन्हें 39,934 वोट मिले. यदि प्रतिशत में देखें तो लगभग 22 प्रतिशत वोट. और इस चुनाव में जीत का अंतर 13,186 रहा.
- विधानसभा चुनाव वर्ष 1998 में सतना से आईएनसी प्रत्याशी वृंदावन बडगैन्या को 21,793 वोट मिले यानी की लगभग 24 प्रतिशत वोट मिले थे . जबकि इनके नजदीकी प्रत्याशी रहे बीजेपी के मोतीलाल तिवारी जिन्हें 20,623 वोट मिले. यदि प्रतिशत में देखें तो लगभग 22 प्रतिशत वोट मिले. और इस चुनाव में जीत का अंतर 1,170 रहा.