देश में एकबार फिर आम चुनाव ने दस्तक दे दी है. अगले तीन महीने में लोकसभा चुनाव होंगे और प्रधानमंत्री चुना जाएगा. पार्टियों ने प्रचार शुरू कर दिया है. नेताओं की रैलियां लगातार हो रही हैं. एक तरफ राहुल गांधी की न्याय यात्रा चल पड़ी है, तो वहीं पीएम मोदी कभी कांग्रेस तो कभी विपक्ष के इंडिया गठबंधन पर निशाना साध रहे हैं. पार्टियों ने चुनाव जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है. चुनाव में पार्टी, नेता और वोटर के अलावा EVM की अहम भूमिका होती है.
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी सबसे ज्यादा ट्रेंडिंग कीवर्ड ईवीएम ही होगा. हर बार चुनाव के वक्त सबसे ज्यादा बवाल ईवीएम को लेकर ही मचता है. क्या आप जानते हैं कि ईवीएम कहां बनती है, कौन सी कंपनी इसे बनाती है और इसकी कीमत क्या होती है.
भारत में इस्तेमाल हो रही ईवीएम कहीं विदेश से नहीं आती हैं, बल्कि देश में ही बनती हैं. भारत में केवल बड़ी कंपनियां ऐसी हैं जो ईवीएम बनाती हैं. पहली है बीईएल यानी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड. यह कंपनी भारत के रक्षा मंत्रालय के तहत काम करती है. ईवीएम बनाने वाली दूसरी कंपनी है ईसीआईएल यानी इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, यह डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी के तहत काम करती है.
ईवीएम के तीन हिस्से होते हैं. पहला हिस्सा होता है सीयू यानी कंट्रोल यूनिट, इसे पोलिंग ऑफिसर के पास रखा जाता है. दूसरा हिस्सा होता है बीयू यानी बैलेटिंग यूनिट, इस हिस्से को वोटिंग कंपार्टमेंट में रखा जाता है जिसके जरिए वोट डाले जाते हैं. इन दोनो यूनिट को पांच मीटर लंबे तार सो जोड़ा जाता है. Evm का तीसरा हिस्सा होता है वीवीपैट यानी वोटर वेरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल. यह ईवीएम से जुड़ा एक ऐसा सिस्टम है जिसपर वोट डालने के बाद आप ये देख सकते हैं कि आपका वोट आपकी चुनी हुई पार्टी को मिला है या नहीं.
ईवीएम के इन तीनों हिस्सों की कीमत भारत की प्राइस नैगोसिएशन कमेटी तय करती है. इसकी बैलेट यूनिट की कीमत 7991 रुपये है. कंट्रोल यूनिट की कीमत है 9812 रुपये. ईवीएम का सबसे महंगा हिस्सा होता है वीवीपैट. इसकी कीमत है 16,132 रुपये.
ईवीएम के बारे में पूरी जानकारी के लिए वीडियो जरूर देखें