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मऊगंज कॉलेज के विधि छात्रों का भविष्य दांव पर, देर रात तक धरने पर बैठे रहे स्टूडेंट

शासकीय शहीद केदारनाथ महाविद्यालय मऊगंज में जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम अब विधि विभाग के छात्र भुगत रहे हैं. शहीद केदारनाथ महाविद्यालय मऊगंज में विधि विभाग की मान्यता को लेकर अध्ययनरत एवं नवीन छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. दरअसल, विधि विभाग की मान्यता के लिए जमा होने वाली राशि का भुगतान कॉलेज प्रबंधन ने नहीं किया था और जरूरी मानदंडों को भी पूरा नहीं किया गया था. ऐसे में बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने साल 2019 से मान्यता रद्द कर रखी है.

आक्रोशित छात्रों द्वारा महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन में धरना प्रदर्शन किया गया. 20 मई सुबह से शुरू हुआ धरना प्रदर्शन देर रात तक जारी रहा. 42 डिग्री तापमान में धरने पर बैठे कई छात्र और छात्राएं भीषण गर्मी के चलते बेहोश हो गए जिनको डायल 100 की मदत से इलाज के लिए मऊगंज जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. छात्रों की मांगे सुनने के लिए दोपहर से लेकर देर रात तक एसडीएम, कलेक्टर और तहसीलदार प्रशासन की ओर से पहुंचे. आखिरकार देर रात कलेक्टर के आश्वासन के बाद धरना खत्म हुआ.

समाधान नहीं मिला तो चलता रहेगा धरना
विधि छात्रों का कहना है कि कलेक्टर और कॉलेज प्रशासन द्वारा विधि विभाग की मान्यता को लेकर आश्वासन दिया गया है. अगर जल्द ही समाधान नहीं होगा तो फिर से धरना प्रदर्शन किया जाएगा. 

मौजूद रहे आला अधिकारी
धरने की जानकारी मिलते ही पुलिस व्यवस्था के साथ एसडीएम विजेंद्र पांडे धरना स्थल पर पहुंचे. एसडीएम ने कहा कि छात्रों की मांग जायज है. कॉलेज प्रबंधन द्वारा कई तरह की लापरवाही सामने आई है.

कॉलेज प्राचार्य का क्या कहना है
महाविद्यालय मऊगंज के प्राचार्य डॉ.आलोक राय का कहना है कि कॉलेज प्रबंधन द्वारा कई वर्षों से विधि विभाग की मान्यता के लिए पत्राचार के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है. उम्मीद है की जल्द ही मान्यता मिल जाएगी.

छात्रों ने लगाया आरोप
कॉलेज के छात्र प्रियेश त्रिपाठी का कहना है कि महाविद्यालय में विधि विभाग की मान्यता कई वर्षों से नहीं है फिर भी कॉलेज द्वारा एडमिशन क्यों किया गया. कॉलेज प्रबंधन के द्वारा छात्रों का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है. वहीं पूर्णिमा मिश्रा ने कहा कि बीसीआई के निरीक्षण में कॉलेज प्रबंधन मापदंड पूरी नहीं कर सका जिसके कारण विधि मान्यता रद्द कर दी गई और छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है.

कई कॉलेजों की रद्द हुई मान्यता
केदारनाथ महाविद्यालय मऊगंज की ही तरह श्रीयुत कॉलेज गंगेव सहित जिले के कई कॉलेजों की मान्यता बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने रद्द कर दी है. यह सभी कॉलेज जरूरी मानदंडों को पूरा नहीं कर रहे थे. अब फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद ही इन कॉलेजों की मान्यता मिलने की उम्मीद है.