मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो गई है, बीजेपी ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री चुनकर सभी को चौकाया है. राजनीतिक गलियारों में जो चर्चा हो रही थी कि कौन बनेगा मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री उस पर विराम लग गया है. विगत दिवस उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव को मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है, जबकि विंध्य क्षेत्र के कद्दावर नेता राजेन्द्र शुक्ला और मंदसौर जिले के जगदीश देवड़ा को डिप्टी सीएम बनाया गया है. राजेंद्र शुक्ला, रीवा विधानसभा से विधायक हैं, पूर्व में कैबिनेट मंत्री रहे थे अब उपमुख्यमंत्री होंगे.
राजेंद्र शुक्ला ने उपमुख्यमंत्री बनने से पहले चार बार कैबिनेट मंत्री का कार्य निभाया है और वे अपने चुनावी कैरियर में 2003 से अजेय हैं. उन्हें हर बार चुनाव जीतने पर मंत्री पद मिला है, और वह रीवा विधानसभा क्षेत्र के कद्दावर नेता के रूप में उभर कर सामने आए हैं. साल 2003 में उन्होंने पहली बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और रीवा के महराजा पुष्पराज सिंह को चुनाव हराया था.
राजेंद्र शुक्ला ने अपने चुनावी करियर में 2003, 2008, 2013, और 2023 में चुनाव जीता है. 2003 में उन्हें आवास और पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद मिला, जिसके बाद वह ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्री भी बने. उन्होंने उद्योग नीति और निवेश संवर्धन मंत्री के रूप में भी सेवा की है.
विंध्य फर्स्ट की पहल थी की इस बार मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री पद विंध्य के किसी नेता को मिलना चाहिए, राजेंद्र शुक्ला, रीति पाठक इस दावेदारी में प्रमुख थे, अब यह पद मिलना विंध्य के लिए बड़ी उपलब्धि की तरह है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री घोषित होने के साथ मंत्रिमंडल के नाम पर कयास लगने शुरू हो गए हैं, इनमे विंध्य से भी अनेक दावेदार हैं जिनमे, गिरीश गौतम,प्रदीप पटेल,दिव्यराज सिंह,नागेंद्र सिंह,विक्रम सिंह विक्की, बिसाहू लाल सिंह,मीना सिंह, मनीषा सिंह जय सिंह मरावी, राधा सिंह कुंवर सिंह टेकाम शामिल हैं. विंध्य को मिलने वाले स्थान पर आधारित है अपनापंचे का यह एपिसोड अपने विचार कमेंट बॉक्स पर जरूर बताएं, पूरा विवरण जानने के लिए वीडियो जरूर देखें.