मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री चयन प्रक्रिया अभी भी जारी है. इसके लिए आमचुनाव में बहुमत प्राप्त दल भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मंथन शुरू किया है. बीजेपी की तरफ से विशेषज्ञों और प्रदेश के नेताओं के बीच बात करके बहुमत लिया जाना है, इससे पहले उत्तराखंड और हरियाणा में भी ऐसा हुआ था. मध्यप्रदेश के सभी बड़े नेता केंद्रीय नेतृत्व के ऊपर निर्णय छोड़ के इंतजार में हैं कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री, इस बीच चर्चा यह भी है कि कोई नया चेहरा भी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, बीजेपी के लिए यह निर्णय लेना कोई नई बात नहीं है.
मध्य प्रदेश में 2005 में, जब बाबूलाल गौड़ ने मुख्यमंत्री का पद छोड़ा, तब भी शिवराज सिंह चौहान का नाम मुख्यमंत्री की रेस में कहीं नहीं था, लेकिन आखिरी समय में उनका नाम सामने आया, इस बार चुनाव के नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री चयन में देरी हो रही है, उससे सियासी गलियारों में अटकलें लगनी तेज़ हो गई हैं.
इसके लिए पार्टी के नेतृत्व ने अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है और पूछने पर बीजेपी के नेता कहते हैं कि पर्यवेक्षकों का दल जल्दी ही आएगा जो मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाएगा.
ऐसे में विंध्य क्षेत्र से भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा का दौर जारी है, इस चर्चा में राजेंद्र शुक्ला, रीति पाठक, बिसाहूलाल, गिरीश गौतम, नागेंद्र सिंह जैसे नाम शामिल है. विंध्य से इस बार मंत्री बनने के भी कई दावेदार हैं, जिनमे 5 बार के विधायक और युवा विधायक भी शामिल हैं, विंध्य को साधने के लिए पार्टी जरूर ऐसा निर्णय लेगी, ऐसा मतदाता और बीजेपी समर्थकों का मानना है.
मध्यप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल नेता अपने स्तर से ‘लॉबिंग’ भी कर रहे हैं, लेकिन अभी तक पार्टी का शीर्ष नेतृत्व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री चयन के निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा है. यह संकेत जरूर मिल रहा है कि मुख्यमंत्री नया होगा, और इसकी घोषणा जल्दी ही हो सकती है, इस बार इतना समय लगने के पीछे सांसदों को विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवार बनाया जाना और उनका चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करना भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है.
मुख्यमंत्री का नाम फाइनल करने के लिए भोपाल से लेकर दिल्ली तक बैठकों का सिलसिला जारी है, जिसके लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने बड़े नेताओं और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल के इस्तीफे के बाद इनके नाम पर भी चर्चा जोरों से हो रही है.
इधर गुरुवार को पार्टी के महासचिव कैलाश विजवार्गीय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसकी घोषणा रविवार तक हो सकती है. उनका यह बयान व्यक्तिगत था पार्टी की तरफ से यह आधिकारिक बयान नहीं था, पूरे प्रदेश में लोगों के मन में इस वक्त यही सवाल गूंज रहा है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, शिवराज या कोई और यदि कोई और मुख्यमंत्री बनने वाला है तो विंध्य को इसमें महत्व मिलेगा इसी सवाल का जवाब खोजता है अपनापंचे शो का यह एपिसोड, पूरा विवरण जानने के लिए वीडियो जरूर देखें अपने सुझाव कमेंट बॉक्स पर बता सकते हैं.