मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा 2023 में कथित घोटाले की जांच रिपोर्ट का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है. पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच रिपोर्ट का इंतजार, परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों से कहीं ज्यादा मध्यप्रदेश की आम जनता को है. भोपाल के वल्लभ भवन में 9 मार्च को लगी आग में सबसे संवेदनशील मानी जाने वाली पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच रिपोर्ट जलकर खाक हो गई है. इसका खुलासा एक मीडिया हाउस द सूत्र ने किया है. द सूत्र ने मध्यप्रदेश पटवारी जांच रिपोर्ट जमा होने के बाद इसकी सच्चाई जानने के लिए सूचना के अधिकार के तहत आवेदन लगाया था. लेकिन 30 दिन का समय बीत जाने के बाद भी जांच रिपोर्ट उपलब्ध नहीं करवाई गई.
हालांकि जब आरटीआई लगाने वाले एक उम्मीदवार ने रिपोर्ट के संबंध में जीएडी कार्यालय से जानकारी चाही तो उन्होंने 9 मार्च को लगी आग का हवाला दिया, और कहा कि मौखिक तौर पर जानकारी देना संभव नहीं है. पीएस मनीष रस्तोगी जीएडी के दफ्तर के 7552708180 पर फोन उठाने वाले अमर सिंह रावत ने यह बात फोन पर कही. पूरी बातचीत से संकेत मिलते हैं कि रिपोर्ट की हार्डकॉपी जल चुकी है.
फोन करने वाले उम्मीदवार ने कहा कि पटवारी जांच रिपोर्ट के लिए RTI में आवेदन लगाया था 30 दिन बीत चुके हैं. ऐसे में जवाब आया कि आग की घटना हो गई थी जिसमें वहां का पूरा विंग पूरी तरह से जल गया है. आग बुझाने के लिए पानी भी डाला गया. दस्तावेज भी जल गए हैं. कंप्यूटर सिस्टम, टेलीफोन सभी बंद पड़े हुए हैं. अभी तो इसमें देरी ही होगी कोई कुछ नहीं कर सकता है.
उम्मीदवार ने आगे पूछा की रिपोर्ट भी जल गई है क्या? लेकिन तीन बार सवाल पूछने पर भी जवाब नहीं दिया गया. हालांकि यह कहा कि आपको जो जानकारी चाहिए वह काम अभी शुरू भी नहीं हुआ है, हार्ड कॉपी जल गई है. सॉफ्ट कॉपी है लेकिन ऐसे ही नहीं दे सकते हैं वह देने की अलग प्रक्रिया होती है, वह पूरी होने के बाद ही सॉफ्ट कॉपी दी जा सकेगी. जब उम्मीदवार ने पूछा कि सॉफ्ट कॉपी है वो तो नहीं जली? ऐसे में जवाब आया कि आग लग जाए तो इसमें कोई क्या करेगा? ऐसे ही थोड़ी सॉफ्ट कॉपी दे देंगे! जो सूचना उपलब्ध कराएगा वहां कोई काम नहीं हो रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कोई भी ले सकता है जांच रिपोर्ट
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने पटवारी जांच रिपोर्ट का खुलासा करने को लेकर हुए आंदोलन के दौरान एक मीडिया इंटरव्यू में कहा था कि जो चाहे पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच रिपोर्ट ले सकता.
आवेदन के एक महीने बाद लगी आग
बल्लभ भवन में आग लगने वाली घटना 9 मार्च को हुई. आवेदन 9 से 10 फरवरी को लगा दिया गया था. 30 दिन की समय सीमा के अंदर जवाब देना होता है, तो फिर RTI लगाने वाले को इस संबंध में किसी भी तरह की सूचना क्यों नहीं दी गई.
30 जनवरी को रिपोर्ट बनकर तैयार
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जुलाई 2023 को जांच करने का आदेश दिया था. हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस राजेंद्र वर्मा ने जांच करके रिपोर्ट 30 जनवरी 2024 को सबमिट कर दी. 31 जनवरी की सुबह रिपोर्ट का खुलासा कर दिया गया. इस रिपोर्ट में पटवारी भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट दी गई थी.
सार्वजनिक नहीं हो रही जांच रिपोर्ट
74 पन्ने की यह रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं हो पाई है. पूरी जांच कैसे हुई? जांच को सामने लाने के लिए नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के साथ कई उम्मीदवार लगातार भोपाल और इंदौर सहित सभी जिलों में आंदोलन कर चुके हैं लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है. अब देखना यही है कि, इससे चयनित पटवारियों पर क्या असर पड़ता है.