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मोहन यादव कैबिनेट में शामिल 12 मंत्रियों पर हैं आपराधिक मामले दर्ज!

मोहन यादव कैबिनेट में शामिल

मध्य प्रदेश में डॉक्टर मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल गठन के दूसरे दिन ADR ने रिपोर्ट कार्ड जारी कर दिया. ADR रिपोर्ट और मध्य प्रदेश इलेक्शन वॉच संगठन ने विधानसभा चुनाव लड़ने के दौरान प्रत्याशियों के रूप में घोषित वित्तीय, अपराधिक शिक्षा समेत अन्य विवरणों को आधार बनाया है. इसमें मुख्यमंत्री समेत 31 मंत्रियों को शामिल किया गया है. रिपोर्ट से पता चलता है कि 31 मंत्रियों में से 12 यानी 39 प्रतिशत पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से भी तीन यानी 10% पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

इन 12 मंत्रियों में से 3 मंत्रियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं. मंत्री दिलीप जायसवाल, कैलाश विजयवर्गीय और इंदर सिंह परमार इन मंत्रियों में हैं.

मंत्री दिलीप जायसवाल पर 5 गंभीर आपराधिक धाराओं में केस दर्ज हैं. इनके खिलाफ धोखाधड़ी के 2, बैंकर्स से विवाद करने, चोरी की संपत्ति की डीलिंग और प्रॉपर्टी डीलिंग में धोखाधड़ी जैसे केस दर्ज हैं. जिसकी जानकारी जायसवाल ने खुद अपने शपथ पत्र में दी है.

कैलाश विजयवर्गीय के ऊपर 4 आपराधिक मामलों में 5 गंभीर केस दर्ज हैं. इनमें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों पर शत्रुता को बढ़ावा देना है. वहीं इंदर सिंह परमार के ऊपर हत्या की कोशिश का केस दर्ज है.

इन तीन मंत्रियों के अलावा दिलीप अहिरवार, गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम सिंह तोमर, नागर सिंह चौहान, नारायण सिंह पवार, लखन पटेल, राव उदय प्रताप, तुलसी सिलावट के खिलाफ भी आपराधिक केस दर्ज हैं.

ADR की रिपोर्ट के मुताबिक 2 जुलाई 2020 में शिवराज मंत्रिमंडल के 33% में से 11 मंत्रियों पर केस दर्ज थे. शिवराज कैबिनेट के विस्तार के बाद ADR की रिपोर्ट का खुलासा हुआ. जिसमें 18 मंत्रियों पर कोई मामला दर्ज नहीं था. 2 जुलाई 2020 को 28 मंत्रियों ने शपथ ली थी और 33 कैबिनेट में हुए थे. इस दिन शपथ लेने वाले 10 मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज थे. वहीं 5 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे.

मोहन यादव कैबिनेट में शामिल मंत्रियों की संपत्ति की स्थिति देखी जाए तो 30 यानी 97% मंत्री करोड़पति हैं. इनकी औसत संपत्ति 18.54 करोड रुपए बैठती है. सबसे अधिक संपत्ति वाले मंत्रीयों में चैतन्य कश्यप हैं, जिनके पास 296 करोड़ रुपए की संपत्ति है. सबसे कम संपत्ति वाले मंत्रीयों में गौतम टेटवाल सारंगपुर का नाम है. जिनके पास 89.64 लाख की प्रापर्टी है.

मध्य प्रदेश में 16वीं विधानसभा के लिए 23 विधायकों में से 205 करोड़पति हैं. इनमें से 102 विधायको के पास 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति है. वहीं, 90 विधायक पर आपराधिक केस दर्ज हैं. मंगलवार को ADR की रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है.

ADR की रिपोर्ट में बताया गया है कि भाजपा के 163 में से 144 विधायक यानि 88% और कांग्रेस के 66 में से 61 यानि 92% विधायक करोड़पति हैं. पिछली विधानसभा में करोड़पति विधायकों की संख्या 187 थी. सबसे अधिक संपत्ति वाले विधायकों में चैतन्य कश्यप के पास 296 करोड़ संजय पाठक के पास 242 करोड़ कमलनाथ के पास 134 करोड़ भूपेंद्र सिंह के पास 84.34 करोड़ और सुदेस राय के पास 74.71 करोड़ की संपत्ति है.