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बीजेपी विधायक की पार्टी को चुनौती, मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी हार होगी सीधी

विंध्य क्षेत्र की सीधी विधानसभा सीट इन दिनों चर्चा में बनी हुई है. बीजेपी ने यहां से तीन बार विधायक रहे केदारनाथ शुक्ला को टिकट न देकर सांसद रीति पाठक को टिकट दिया है. टिकट न मिलने पर नाराज केदारनाथ ने कहा है कि पार्टी अगर इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं बदलती तो ये सीट हार जाएगी. रीति पाठक मध्यप्रदेश की सबसे ज्यादा वोटों से हारने वाली उम्मीदवार होंगी. विंध्य फर्स्ट के साथ खास बात-चीत में केदारनाथ ने पार्टी और रीति पाठक पर कई बड़े आरोप लगाए हैं. 

सवाल: लगातार तीन बार से सीधी के विधायक फिर भी इसबार सांसद रीति पाठक को क्यों दिया गया टिकट?
जवाब:
पार्टी में तिकड़म हावी हो रहा है, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी के मूलभूत सिद्धांतों के बारे में पता नहीं है. जिनका आचरण पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ है ऐसे लोग पार्टी में टिकट ला रहे हैं. इसलिए मैने जनता की अदालत का दरख्वास्त लगाई है कि ये अन्याय है, इसके खिलाफ मैने न्याय यात्रा भी निकाली है अब जनता इंसाफ करेगी

सवाल: बीजेपी के सांसद अब विधायक क्यों बनना चाहते हैं?
जवाब:
दूसरी सीटों पर बीजेपी का ये फॉर्मूला सही साबित हो सकता है लेकिन सीधी के लिए पार्टी का ये फैसला पूरी तरह से गलत साबित होगा. सीधी का जनता चाहती है पार्टी अपना उम्मीदवार बदल दे. 

सवाल: रीति पाठक के लिए आपने कहा कि कुछ करती नहीं, क्षेत्र में जाती नहीं तो ये बात पार्टी के सामने नहीं रखी? 
जवाब:
रीति पाठक मोदी लहर में और मोदी जी के नाम पर जीती है, अपने दमपर नहीं जीती है. 10 साल में किसी पंचायत में अगर विकास के नाम पर 100 रुपये भी खर्च किए हैं तो मुझे बताएं. अगर कहीं पैसा खर्च भी किया है तो पैसा कहां गया इसकी पार्टी जांच करवाए.

सवाल: क्षेत्र के विकास में पार्टी का समर्थन मिलता था या नहीं?
जवाब:
मेरे साथ हमेशा सौतेला व्यवहार हुआ है. न तो मुझे कभी मंत्री का पद दिया गया. क्षेत्र के विकास के लिए भी मुझे पार्टी से लड़ना पड़ा. मेडिकल कॉलेज भी हम मांग कर लाए हैं. जब मेडिकल कॉलेज की बात रखी थी तब सीएम मेरी तरफ देखते ही रह गए थे.

सवाल: पार्टी ने अगर उम्मीदवार बदलने की बात नहीं मानी तो क्या करेंगे?
जवाब:
अगर पार्टी ऐसा नहीं करती है तो सीधी की सीट रिकॉर्ड वोटों से हार जाएगी.

सवाल: विंध्य में बेरोजगारी पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा है ऐसा क्यों
जवाब: यहां उद्योग लाने के लिए रेलवे लाइन होना जरूरी है. मैने  शहडोल से इलाहाबाद एक रेलवे लाइन बनाई जाए और सीधी को भदौरा रेल लाइन से जोड़ने का संकल्प रखा था, विधानसभा में पारित भी हुआ लेकिन सांसद ने इस बात का विरोध किया. तब मुझे लगा कि इस सांसद के यहां रहते हुए तो ये सब नहीं हो सकता. 

सवाल: रेलवे लाइन आने में इतना समय क्यों लगा?
जवाब: आप किसी भी गांव में चले जाइए सांसद की जमीन मिल जाएगी. सिंगरौली में सांसद का 25 करोड़ का घर बन रहा है. रेलवे लाइन के आस-पास या तो सांसद की जमीन है या फिर उनके रिश्तेदारों की जमीन है. मुआवजा लेने के बाद रेलवे ट्रैक बदल दिया जाता है. ट्रैक बदलने की वजह से रेलवे लाइन भटकी है. जब सांसद पार्लियामेंट से हटेंगी उसके 6 महीने बाद यहां ट्रेन चलने लगेगी. 

सवाल: केन्द्रीय मंत्री और सांसद जब दिल्ली से यहां आएंगे तो शिवराज सिंह का नेतृत्व रह जाएगा?
जवाब: मध्यप्रदेश में नेतृत्व का संकट पैदा हो गया है, प्रदेश का कोई नेता ये कहने की स्थिति में नहीं है कि वो कुछ कर सकता है. ये सब केन्द्र की गलत नीतियों की वजह से हो रहा है, प्रदेश को विश्वास में लिए बिना केन्द्र ने फैसला लिया. रीति पाठक जैसी अव्यवहारिक उम्मीदवार को टिकट दिया गया है.

सवाल: सरकार के लिए विंध्य सौतेला है?
जवाब: निश्चित रूप से विंध्य के साथ सौतेला व्यहार हुआ है. इतना समर्थन देने के बाद विंध्य को क्या मिला. केवल राम खेलावन पटेल को राज्यमंत्री बना दिया गया. राजेन्द्र शुक्ला को अब मंत्री बनाया गया क्योंकि वो शिवराज सिंह के खास हैं  

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