रीवा जिले का त्यौंथर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्यामलाल द्विवेदी का टिकट काट दिया गया है. भाजपा ने सिद्धार्थ तिवारी को अपना प्रत्याशी बनाया है. सिद्धार्थ तिवारी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते हैं. हाल ही में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए हैं. श्यामलाल द्विवेदी पहली बार भारतीय जनता पार्टी की तरफ से चुनाव लड़े और जीत कर विधायक बनें थे. विधायक श्यामलाल ने कहा की त्यौंथर विधानसभा को जिला बनाना चाहिए. हमने सीएम से मांग की है. त्यौंथर में खनिज का भंडार है.
श्यामलाल द्विवेदी 2018 की adr की रिपोर्ट के मुताबिक 65 वर्ष के है. इनकी शैक्षणिक योग्यता-स्नातक है. इनकी घोषित संपत्ति ₹ 46 लाख से अधिक है, और आय का स्रोत कृषि है. विधायक पर अब तक कोई क्रिमिनल केस दर्ज नही हैं.
Prs की रिपोर्ट के मुताबिक विधायक निधि से क्षेत्र में खर्च शून्य है. पांच साल के कार्यकाल में श्यामलाल द्विवेदी ने विधानसभा में 48 सवाल उठाए हैं. पिछला चुनाव सड़क, बिजली, जैसे कई मुद्दों पर लड़ा गया. त्यौंथर विधानसभा के विधायक श्यामलाल द्विवेदी भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता हैं. साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उम्मीदवार बनाया. पहली बार में उन्हें जीत हासिल हुई.
त्यौंथर की जनता ने विंध्य फर्स्ट से कहा कि विधायक ने पांच साल विकास के नाम पर अपने लोगों का विकास किया है. यहां की सड़कें, नाली, स्कूल, कॉलेज सभी उपेक्षित है. विधायक ने विधायक निधि का पैसा क्षेत्र में नहीं किया बल्कि निजी हित में खर्च किया है. त्यौंथर की जनता अपने विधायक के काम से खुश नहीं नज़र आई.
लोगों की शिकायत पर विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने कहा कि हमारा काम बोलता है. हमने त्यौंथर विधानसभा के विकास के लिए अस्पताल का निर्माण कराया. गौ अभ्यारण बनने के लिए प्रस्ताव दिया. नहरों का जाल बिछाया. विधायक श्यामलाल ने दावा किया कि त्यौंथर में विकास तेज़ी से हुआ है.
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