विंध्य की सबसे छोटी लोक गायिका के रूप में ख्याति अर्जित कर चुकी मान्या पांडेय बघेलखंड के लोकगीतों को राष्ट्रीय स्तर में एक अलग पहचान दिला रही हैं. उनके गाए गए लोकगीतों के साथ ही सरकारी योजनाओं और सड़क सुरक्षा संबंधी बघेली लोक गीत प्रदेश भर में काफी लोकप्रिय हो चुके हैं. बघेली लोकगीतों पर मान्या की सराहना पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कर चुके हैं.
सीधी जिले के रामपुर नैकिन तहसील अंतर्गत एक छोटे से गांव भरतपुर में के साधारण परिवार में 17 सितंबर 2010 को इस नंन्ही गयिका का जन्म हुआ था. मान्या के पिता अखिलेश पांडेय समाजसेवी व उनकी माता आराधना पांडेय एक गृहणी हैं. मान्या अपने परिवार की छोटी बेटी हैं. इन्होंने इतनी सी उम्र में 500 से अधिक लोकगीत गा चुकी हैं. मान्या को 200 से अधिक लोकगीत मौखिक रूप से याद हैं. मान्या को अब तक में 350 से ज्यादा अवार्ड मिल चुके हैं. मान्या अपनी इस उपलब्धी का श्रेय अपने पिता जी को देती हैं.
मान्या को मतदाता जागरूकता अभियान के पांच लोकगीतों के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा चुना गया था. जिसके चलते विधानसभा चुनाव 2018 एवं लोकसभा चुनाव 2019 में मतदाता जागरूकता अभियान का ब्रांड एंबेस्डर भी बनाया गया था. उनके गाने रीवा एवं शहडोल संभाग के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जागरूकता के लिए बजाये गए थे. मान्या को वर्ष 2018 से 2020 तक बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का भी ब्रांड एंबेस्डर बनाया जा चुका है. मान्या का सपना है कि एक दिन वो अपनी बघेली लोकगीत को एक अच्छे मुकाम तक पहुंचाना चाहती हैं.
देखिए इस इंटरव्यू में मान्या के जीवन से जुड़ी सारी जानकारी||