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MPPSC : परीक्षा की तारीखों में हुए बदलाव के खिलाफ छात्रों का विरोध, जानिए क्या है पूरा मामला

MPPSC मुख्य परीक्षा

देश में सरकारें अपने समय पर बनती हैं, चुनाव भी अपने समय पर होता है, लेकिन युवाओं की परीक्षाओं को जब मन चाहे आगे पीछे कर दिया जाता है. यह कहने का कारण है कि मध्यप्रदेश में 2022 के लिए MPPSC प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन हुआ, जिसमें 10357 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए चयनित किया गया. इसके बाद, विधानसभा चुनाव के कारण परीक्षा की तारीखों में बदलाव हो गया है.
नई तारीखों के अनुसार, मुख्य परीक्षा 2022 का आयोजन 26 दिसंबर से 31 दिसंबर 2023 को होना निर्धारित है. इसके पहले, स्टेट फॉरेस्ट मेन्स परीक्षा 10 दिसंबर को होगी, फिर 17 दिसंबर को MPPSC प्रारंभिक परीक्षा 2023 और 25 दिसंबर को MPPSC मुख्य परीक्षा 2022 का आयोजन होना है.
यह आयोजन तैयारी करने बालों पर अतिरिक्त दवाब को बढ़ा रहा है इसी कारण छात्रों को समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. इसके परिणामस्वरूप, परीक्षार्थियों की ओर से परीक्षा तिथि में परिवर्तन मांग यह है कि MPPSC प्री-लिम्स 2023 की परीक्षा फरवरी 2024 में कराई जाए ताकि उन्हें तैयारी के लिए समय मिल सके. इस प्रकार छात्रों ने अपनी आवाज उठाई है और नई तारीखों की मांग कर रहे हैं.
इसके साथ ही, छात्रों ने सिलेबस और पैटर्न में हुए बदलावों के चलते मानसिक दबाव की बातें भी की हैं. इस अद्यतित परीक्षा प्रक्रिया ने उन्हें और भी तनावग्रस्त बना दिया है. इसमें तीन राज्य स्तरीय परीक्षाएं होने के कारण, छात्रों को एक माह में तीन बड़ी परीक्षाओं का सामना करना हो रहा है, जिसमें हजारों की संख्या में विद्यार्थी शामिल हैं.
छात्रों की मांग है कि इस स्थिति को सुधारने के लिए सरकार को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि उन्हें उचित समय और स्वास्थ्यपूर्ण वातावरण मिल सके और वे अपनी प्रतिस्पर्धा में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें.
उपरोक्त परिस्थिति में परीक्षार्थियों को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या का सामना करने के लिए, छात्रों ने प्रदर्शन और ज्ञापन के रूप में अपनी आवाज उठाई है. वे इसके साथ ही यह भी कह रहे हैं कि सरकार को इस बड़े आयोजन को सही समय पर करने का प्रबंधन करना चाहिए, ताकि छात्रों को उचित समय मिले वह बेहतर प्रदर्शन कर सकें, पूरा विवरण जानने के लिए वीडियो जरूर देखें