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अजीब लत से आफ़त में फंसी महिला की जान, पेट से निकला ढाई किलो बालों का गुच्छा

मध्य प्रदेश (MP) के सतना (Satna) जिले के चित्रकूट (Chitrakoot) में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. यूपी के महोबा जिले से आयी इस 25 साल की एक महिला को बाल (Hair) खाने की लत लग गई. जब महिला के पेट (Stomach) में दर्द हुआ तो इलाज के लिए डॉक्टर के पास पहुंची. जांच में पता चला कि महिला के आमाशय में बालों का गुच्छा जमा हो गया है. जिससे महिला को उल्टियां होने लगीं और भूख भी लगना बंद हो गई थी.

जानकीकुंड चिकित्सालय (Janakikund Hospital) में इस महिला का सफल ऑपरेशन डॉक्टर निर्मला गेहानी ने किया. यह महिला तीन बच्चों की मां है. जब यह महिला दूसरी बार प्रेग्नेंसी में थी तभी से उसे बाल खाने की आदत लग गई थी. हैरान करने वाली बात यह है कि बाल खाने की लत लगने के बाद यह महिला अपने बालों के अलावा दूसरों के पड़े हुए बाल भी खा लेती थी. पेट में यह बाल ना तो गल रहे थे और ना ही बाहर आ पा रहे थे. बालों का यह गुच्छा महिला के अमासय में फंसा था.

कम उम्र की महिलाओं को होती है ये बीमारी
जानलेवा बन चुके इस बाल के गुच्छे को डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके निकाला और महिला की जान बच सकी. वरिष्ठ सर्जन डॉ निर्मला गेहानी ने बताया कि इस प्रकार के केस में महिलाएं बाल खाती हैं. उन्हें मेडिकल की भाषा में ट्राइकोमेज्योर (Trichomajor) कहा जाता है. बाल खाने वाली महिलाएं अक्सर कम उम्र की होती हैं साथ ही साइकेट्रिक (Psychiatric) भी होती हैं. इस प्रकार के मामले दुनिया में आमतौर पर एक प्रतिशत से भी कम होते हैं.

पहले भी आ चुके हैं इस तरह के केस
डॉक्टर के मुताबिक उनके जीवन में पहले भी इस तरह के तीन केस आ चुके हैं. जिसमें एक नौ साल की बच्ची थी, दूसरी एक 18 साल की लड़की का केस आया था और अब यह तीसरा केस 25 वर्षीय इस महिला का सामने आया है. इस महिला को लगातार उल्टियां हो रही थी और वह खाना भी नहीं खा पा रही थी.  

आमाशय का रूप ले लिया था बालों का गुच्छा
महिला ने हालांकि बाद में बाल खाना बंद कर दिया था लेकिन महिला के पेट में दर्द बना रहता था. पेट में दर्द रहने के कारण महिला ने यूपी के बांदा जिला स्थित मेडिकल कालेज में डॉक्टरों को दिखाया. डॉक्टरों द्वारा अल्ट्रा साउंड कराया, लेकिन दिक्कत का पता नहीं चला. ऐसे में महिला ने जानकीकुंड चिकित्सालय में डॉ गेहानी को दिखाया. बालों को खाने की आदत के चलते महिला का आमाशय बिल्कुल भर गया था और बालों के गुच्छे ने आमाशय का रुप ले लिया था.