Table of Contents
ToggleMP Board 12th Toppers: सीधी के दिव्यांशु और अभय की सफलता की कहानी
MP Board 12th Toppers: मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बीते दिन 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम जारी किए, जिसमें सीधी जिले के दो बेटों ने अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया है. दिव्यांशु तिवारी ने जीव विज्ञान संकाय में 500 में से शानदार 484 अंक प्राप्त कर प्रदेश की मेरिट सूची में पहला स्थान हासिल किया है, जबकि अभय सिंह ने दूसरा स्थान प्राप्त कर पूरे जिले को गौरवान्वित किया है.
यह भी पढ़ें : MPBSE Result 2025: रीवा के अंकुर ने कला संकाय में MP में हासिल किया दूसरा स्थान, बना गौरव
किराए के कमरे से कामयाबी की उड़ान: दिव्यांशु की कहानी
सीधी मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित एक छोटे से गांव के निवासी दिव्यांशु तिवारी की सफलता की कहानी संघर्ष और अटूट समर्पण का प्रतीक है. उनके पिता सीधी शहर में एक छोटी सी इलेक्ट्रॉनिक मरम्मत की दुकान चलाते हैं. अपने बेटे की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने शहर में एक किराए का कमरा लिया और सीमित संसाधनों के बावजूद दिव्यांशु की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दी.
दिव्यांशु ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह अद्वितीय मुकाम हासिल किया है. उनके शिक्षकों ने भी इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें शिक्षा प्रणाली के लिए एक सच्ची प्रेरणा बताया है. दिव्यांशु का अब डॉक्टर बनने का सपना है और वह सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेकर अपने पिता पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम करना चाहते हैं.

एक किताब और मजबूत इरादा: अभय सिंह की सफलता का मंत्र
इसी जिले के एक और मेधावी छात्र अभय सिंह ने प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त कर सभी को गर्व से भर दिया है. अभय के पिता एक छोटी सी किराने की दुकान चलाते हैं, जिससे उनके परिवार का गुजारा होता है. अभय ने दसवीं कक्षा तक की शिक्षा गांधी हाई स्कूल से प्राप्त की थी और उस समय वह मेरिट सूची में मामूली अंकों से चूक गए थे. लेकिन इस असफलता को उन्होंने अपनी प्रेरणा बनाई और उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक एक से बारहवीं की परीक्षा में प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया.
अभय का कहना है कि उन्होंने कभी भी घंटों तक पढ़ाई नहीं की, बल्कि जब भी पढ़ा पूरे मन से पढ़ा और केवल एक विश्वसनीय पुस्तक पर ही भरोसा रखा. उनका लक्ष्य आयकर निरीक्षक बनकर समाज की सेवा करना और अपने माता-पिता को एक बेहतर जीवन प्रदान करना है.

दिव्यांशु और अभय की यह सफलता उन हजारों छात्रों के लिए एक प्रेरणास्रोत है जो मुश्किल परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उनकी कहानी यह सिद्ध करती है कि सच्ची लगन, अथक प्रयास और परिवार का साथ मिलने पर कोई भी मुश्किल लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है. सीधी जिले के इन दोनों बेटों ने न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे प्रदेश को अपनी प्रतिभा से परिचित कराया है.
यह भी पढ़ें : MP बोर्ड रिजल्ट 2025: 10वीं में प्रज्ञा और 12वीं में प्रियल बनीं टॉपर, डायरेक्ट लिंक से देखें परिणाम