संजय बताते हैं कि आईडीएसएमटी योजना के तहत नगर निगम ने 54 लाख का नाला मंजूर किया था. उस नाले के निर्माण में हुई गड़बड़ी के संबंध में मैने पहली बार साल 2012 में RTI लगाई थी. 49 साल के संजय सिंह (Sanjay Singh) पेशे से केमिस्ट हैं और अपना मेडिकल स्टोर चलाते हैं. हालांकि विंध्य सहित रीवा की जनता इन्हें एक RTI (सूचना का अधिकार) एक्टिविस्ट के तौर पर अधिक जानती है.