
























मऊगंज में सोमवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की विशाल रैली निकाली गई। किसानों ने 18 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। महासंघ ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा। किसानों का कहना है कि यह आंदोलन उनके हक और अधिकारों की लड़ाई है।


रीवा जिले की जोरी ग्राम पंचायत की न्यू कॉलोनी के रहवासी बुनियादी सुविधाओं के अभाव से परेशान हैं. लगभग 20 से 25 परिवारों ने कलेक्टर कार्यालय में सड़क निर्माण की मांग को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. रहवासियों का कहना है कि प्लॉट बेचते समय प्रॉपर्टी डीलर ने सड़क, बिजली और पानी की सुविधा का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक सड़क नहीं बनी. बरसात में कीचड़ और पानी भरने से लोगों को निकलना मुश्किल हो जाता है. सरपंच के अनुसार जब तक रोड का त्यजन नहीं होगा, तब तक निर्माण संभव नहीं है.



























भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.8% की मजबूत वृद्धि: भारत की अर्थव्यवस्था ने हाल ही में एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है, जब पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 7.8% तक पहुंच गई. यह वृद्धि पिछले पांच तिमाहियों में सबसे अधिक है और सेवा तथा कृषि क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन पर आधारित है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टिप्पणी, जिसमें उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘मृत’ बताया था, अब और अधिक असंगत लग रही है. यह लेख इस विकास की विस्तृत चर्चा करता है.




























































































































































































































लैंगिक आधार पर मजदूरी भेदभाव एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिलाओं और पुरुषों को समान कार्य और योग्यता के बावजूद अलग-अलग वेतन दिया जाता है. यह भेदभाव महिलाओं के खिलाफ होता है, जिनका वेतन पुरुषों की तुलना में कम होता है. Gender Pay Gap यानी लैंगिक वेतन अंतराल, देश में पुरुषों और महिलाओं के बीच औसत वेतन के अंतर को दर्शाता है.

































Solar Power Plant बनने से किसी भी क्षेत्र विशेष में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं में इजाफा होता है. ऐसा ही एक सोलर पॉवर प्लांट रीवा के गुढ़ में स्थापित किया गया था. यह प्लांट विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सौर उर्जा प्लांट है. ऐसे में यहां पर ग्राउंट जीरो पर जाकर पड़ताल की गई और जाना गया कि इस इलाके का सोलर प्लांट बनने से कितना विकास हुआ. पढ़िए विंध्य फर्स्ट की ये खास रिपोर्ट…

































































